!! हक अधिकारों की लड़ाई हेतु चले भोपाल !!
आप की जय !
⏩आप सबको विदित है कि 24 जून, 2018 को अजाक्स के बैनर तले एवं अन्य संगठनों के सहयोग से प्रदेश की राजधानी भोपाल में आरक्षण के समर्थन, बैकलॉग पदों की भर्ती ,संवैधानिक अधिकारों की रक्षा, किसानों को अपनी उपज का उचित दाम मिले, पलायन रूके , विस्थापन न हो, विस्थापितों को उचित मुआवजा मिले ,समाज मे स्वावलंबन बढ़े,5 वी अनूसूची का शतप्रतिशत अमलीकरण हो, सरकार अपनी नीतियों में सुधार लाएं ,व्यवस्था में सबकी भागीदारी हो आदि मुद्दों को लेकर एक बड़ा आंदोलन किया जा रहा है ।
⏩ यही वह मौका है ,जब वार किया जाए । आपका वार खाली नहीं जाएगा । प्रदेश में कुल जनसंख्या का 40% लोग हमारे हैं। इसकी ताकत इस आंदोलन में दिखाई पड़ना चाहिए । यह हम सब की जिम्मेदारी है, चाहे आप किसी संगठन में पदाधिकारी हो या कार्यकर्ता । किंतु यदि आप की उपस्थिति आंदोलन में नहीं है तो आपका अपने संगठन में पदाधिकारी या कार्यकर्ता होने का कोई महत्व नहीं है ।
⏩ यदि आपका अस्तित्व है तो लोगों को अपना अस्तित्व दिखाना भी जरूरी होता है । अभी तक इसीलिए हम लोगों के साथ अन्याय, अत्याचार, दमन ,शोषण होता आया है ,क्योंकि हमने संगठित होकर अपनी लड़ाई नहीं लड़ी और लोग हमारा उपयोग करते रहे।
⏩अब वक्त आ गया है कि और अधिक समय तक हम इन अत्याचार, दमन, शोषण को और ज्यादा समय तक सह नहीं सकते हैं । कौन छोटा कौन बड़ा, कौन पदाधिकारी कौन कार्यकर्ता,कौन वक्ता, कौन रणनीतिकार इन सब चीजों को भूलकर समाज की ताकत कितनी है ,समाज की जीत कैसे हो सकती है ,हम सब की भलाई कैसे हो सकती है, लोकतंत्र की रक्षा कैसे हो सकती है ,संविधान की रक्षा कैसे हो सकती हैं ,हमारे अपने हक अधिकारों की रक्षा कैसे हो सकती है, आने वाला भविष्य सुरक्षित कैसे हो सकता है ,आने वाली पीढ़ी आपको याद कैसे कर सकती है । इन सब बातों पर विचार करने की आवश्यकता है। आपस में लड़ने से कभी सफलता नहीं मिलती । बल्कि दुश्मन के साथ पूरी ताकत के साथ संगठित होकर कूटनीतिक ढंग से लड़ाई लड़ने से सफलता अर्जित होती है ।
⏩ हमारा मकसद सिर्फ और सिर्फ समाज की भलाई हैं।अपने अधिकारों की सुरक्षा करना है । साथ ही साथ दुनिया में शांति कैसे रहे, बराबरी कैसे हो ,सबको न्याय कैसे मिले ।
⏩ यदि हम अच्छा काम कर रहे हैं ,निस्वार्थ भाव से कार्य कर रहै तो यह सोचने की कतई आवश्यकता नहीं है कि हमारी प्रशंसा कौन कर रहा है, हमारा नाम लिया जा रहा है या नहीं इसका आकलन स्वयमेव ही होते रहता है और आत्म संतुष्टि दुनिया की सबसे बड़ी दौलत है । यह हर किसी को हासिल नहीं होती हैं । इसी दौलत को पाने के लिए हम अपने अधिकारों की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहें, लड़ते रहे । अपनी बात को सही प्लेटफार्म पर रखने हेतु संगठन को ताकत देते रहें ।
⏩संगठन है तो आप का अस्तित्व है नहीं तो आप की कोई ताकत नहीं है ।
⏩इसलिए एक बार पुनः प्रदेश के एसटी-एससी समाज के समस्त साथियों से अनुरोध है कि वे 24 जून, 2018 को स्वयं भी उपस्थित हो और अपने परिवार, रिश्तेदार, सगा संबंधी एवं अपने कार्यालय के साथियों को अधिक से अधिक संख्या में साथ लेकर भोपाल पहुंचे ।
⏩आपकी ताकत होगी आपका संख्याबल । आपकी बातों में सच्चाई होगी ,लड़ाई की दिशा सही होगी तो आप की जीत भी निश्चित होगी । मौका मत चुकिये ,आप की ताकत का एहसास प्रदेश की गुंगी,बहरी,संवेदनहीन व वादा खिलाफी सरकार को करवा दीजिए ।
⏩ किसी के संसाधन, किसी के द्वारा व्यवस्था की जाएगी, इसका इंतजार मत कीजिए, अपने स्वयं के संसाधन व व्यवस्था से अपने हक अधिकारों की लड़ाई के लिए भोपाल चलिए । सिर्फ 1 दिन का आपका त्याग समर्पण समाज को न्याय दिला सकता है ।
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